डा. लोकेश शुक्ल कानपुर 9450125954
अपकृत्य के आवश्यक तत्व
- किसी व्यक्ति द्वारा कोई अनुचित कृत्य किया गया हो अथवा चूक की गयी हो ।
- अनुचित कृत्य अथवा चूक से किसी अन्य व्यक्ति को क्षति हुयाी हो ।
- अनुचित कृत्य अथवा चूक ऐसी हो कि एसमे नुकसानो का मुकदमा चलाने का विघिक अधिकार पा्रप्त हो
अपकृत्य की विशेषताये
- अपकृत्य किसी व्यक्ति के अधिकार का उलंधन है या उसके प्रति अन्य व्यक्ति द्वारा कर्तव्य की अवहेलना है । विशेश परिस्थितियो मे सभी व्यक्तियो के बीच कानून के अनुसार अधिकार और कर्तव्य उत्पन्न होते है । अपकृत्य एन अनुचित कृत्यो से भिन्न होता है जो पूर्णरुप सविदा भंग के अन्र्तगत आते है ।
- अपकृत्य का उपचार सिविल न्यालय मे नुकसान के पाने की कार्यवाही करके प्रन्त किया जा सकता है ।
- सन 1875 के पूर्व सामान्य कानून के न्यायलयो के अतिरिक्त विशेष न्यालय जैसे कोर्ट आफ चान्सरी मे वाद प्रतिवादित करके की जाती थी ।
- अपकृत्य मे जिन अधिकारो का उलंघन होता है वे लोकबन्धी अधिकार होते है जिन्हे वह समाज के प्रत्येक व्यक्ति के प्रति प्रवर्तित करा सकते है ।