आरोपी ने गवाहों से जिरह या जिरह नहीं की है तो मजिस्ट्रेट के पास सीआरपीसी की धारा 313 के तहत बयान दर्ज करने का विवेकाधिकार है: कर्नाटक उच्च न्यायालय
मजिस्ट्रेट के पास सीआरपीसी की धारा 313 के तहत बयान दर्ज करने का विवेकाधिकार कर्नाटक उच्च न्याय…
मजिस्ट्रेट के पास सीआरपीसी की धारा 313 के तहत बयान दर्ज करने का विवेकाधिकार कर्नाटक उच्च न्याय…